राष्ट्र के लिए 32 वर्षों की गौरवशाली सेवा के बाद आईएनएस खुकरी सेवामुक्त

पूर्ण रुप से देश में निर्मित मिसाइल कॉर्वेट पोतों में से पहला, आईएनएस खुकरी को 32 वर्षों की गौरवशाली सेवा के बाद गुरुवार, 23 दिसंबर 2021 को सेवामुक्त कर दिया गया। इस पोत का विदाई समारोह विशाखपट्टनम में आयोजित किया गया, जहाँ वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, पूर्वी नौसेना कमान, इस समारोह के मुख्य अतिथि, और इस पोत में सेवारत और सेवानिवृत्त पूर्व कमांन अधिकारियों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज, नौसेना पताका और डीकमिशनिंग पेनेंट को सूयास्त के समय नीचे उतारा गया।

इस कोर्वेट का निर्माण मज़गाव डॉक शिपबिल्डर्स द्वारा 23 अगस्त 1989 को किया गया था और इसे पश्चिमी और पूर्वी बेड़े दोनों का हिस्सा होने का विशेष महत्व प्राप्त था। इस पोत को मुंबई में श्री कृष्ण चंद्र पंत, तत्कालीन माननीय रक्षा मंत्री और श्रीमती सुधा मुल्ला, महावीर चक्र से सम्मानित स्वर्गीय कैप्टन महेन्द्र नाथ मुल्ला की पत्नी, कमांडर (अब वाइस एडमिरल सेवा निवृत्त) संजीव भसीन के रुप में इसके पहले कमान अधिकारी द्वारा कमीशंड किया गया था।

अपनी सेवा के दौरान इस पोत को 28 कमान अधिकारियों द्वारा संचालित किया गया था और इसने 6,44,897 नॉटिकल माइल्स की दूरी तय की थी, जो दुनिया की 30 बार परिक्रमा लगाने के बराबर या पृथ्वी और चांद के बीच के दूरी के तीन गुना के बराबर थी।

यह पोत भारतीय थलसेना के गोरखा ब्रिगेड के साथ संबद्ध था और लेफ्टिनेंट जनरल पीएन अनंथनारायण, एसएम, अध्यक्ष गोरखा ब्रिगेड इस विदाई समारोह के लिए उपस्थित थे।

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