नव सेना पदक
प्राधिकार
दिनांक 26 जनवरी, 1960 की राष्ट्रपति सचिवालय अधिसूचना सं.17-Pres/60.
पात्रता की शर्तें
नौसेना के प्रति विशिष्ट पराक्रम के प्रदर्शन अथवा असाधारण निष्ठा के साथ दायित्वों के निर्वहन हेतु किए गए व्यक्तिगत कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है। यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है।
पदक प्राप्तकर्ता व्यक्ति को बहादुरी के ऐसे प्रत्येक कार्य के लिए पुरस्कार के तौर पर एक पट्टी से सम्मानित किया जाएगा।
पात्रों की श्रेणियाँ
नौसेना के सभी रैंकों के पुरुष या महिला सैनिक व अधिकारी।
मौद्रिक भत्ता: 1000/- रुपये प्रतिमाह, तथा सभी नौ सेना पदक (वीरता) पुरस्कार के सम्मान स्वरूप दिए गए प्रत्येक पट्टी प्राप्तकर्ताओं के लिए 1000/- रुपये प्रतिमाह।
पदक और रिबन की बनावट
पदक मानक रजत से निर्मित इस पंचकोणीय पदक के किनारे वक्राकार होते हैं। इसके शीर्ष पर एक छल्ला होता है, जो अशोक के पत्तों से अलंकृत 3 मिमी चौड़ी धातु की पट्टी से जुड़ी होती है। इसके अग्रवर्ती भाग पर नौसेना का प्रतीक-चिह्न अंकित होता है। पदक के पृष्ठभाग पर एक वृत्त के भीतर एक त्रिशूल बना होता है, जिसके बाहरी किनारे पर एक रस्सी और पदक का नाम उत्कीर्ण होता है।
रिबन नेवी ब्लू रंग के रिबन के बीचों-बीच सफ़ेद पतली रुपहले रंग की धारी बनी होती है।