पूर्वी स्टार

Poorvi Star

प्राधिकार

राष्ट्रपति सचिवालय अधिसूचना संख्या 2-Pres/73 दिनांक 17 जनवरी 73 तथा 46-Pres/73 दिनांक 12 सितम्बर 67.

पात्रता की शर्तें

यह सम्मान निम्नलिखित सैन्य बलों के सभी कर्मियों को दिया गया, जिन्होंने बांग्लादेश में जमीन पर, समुद्र में अथवा हवा में संचालन में भाग लिया। युद्ध क्षेत्र में एक दिन की सेवा अथवा एक सैन्य आक्रमण के संचालन के दौरान सेवा को इस सम्मान हेतु न्यूनतम योग्यता माना जाएगा। अर्हक क्षेत्रों में न्यूनतम दस दिनों की सेवा अथवा एक सैन्य आक्रमण के संचालन के दौरान सेवा या चालक दल के सदस्यों के रूप में कुल तीन घंटे की उड़ान।

  • सेना, नौसेना, वायुसेना के साथ-साथ किसी भी रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना एवं जम्मू-कश्मीर रक्षक योद्धा तथा संघ के किसी भी अन्य सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के कर्मी;
  • रेलवे सुरक्षा बल, पुलिस बल, गृह रक्षा वाहिनी, नागरिक रक्षा संगठन और सरकार द्वारा निर्दिष्ट किसी भी अन्य संगठन के सभी रैंकों के अधिकारी।
  • उपर्युक्त सैन्य बलों के आदेश/निर्देशों या पर्यवेक्षण के तहत अंतर्गत नियमित अथवा अस्थाई रूप से सेवा प्रदान करने वाले सभी नागरिक।

युद्धक्षेत्र और अर्हक क्षेत्र

(मानचित्र में भारत एवं इसके निकटवर्ती देशों को संदर्भित करता है) (5 वां संस्करण) (40 मील)

  • युद्धक्षेत्र
  • बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती समुद्री क्षेत्र, 80035' पूर्वी देशांतर का हिंद महासागर
  • 'बंदरगाह'

मद्रास, विशाखापत्तनम, पारादीप, हल्दिया, डायमंड हार्बर, कलकत्ता, पोर्ट ब्लेयर, कमोर्ता और इन बंदरगाहों के आसपास के इलाके।

पात्रता की अवधि

युद्धक्षेत्र - 3 दिसम्बर से 16 दिसंबर 71 (दोनों दिन शामिल हैं)

अर्हक क्षेत्र - 25 मार्च 71 से 25 मई 72 (दोनों दिन शामिल हैं)

पदक और रिबन की बनावट

पदक प्रवणित किरणों के साथ पांच बिंदुओं वाले सितारे की आकार वाला यह पदक टोम्बेक कांस्य का बना होता है, जिसके एक बिंदु के आर-पार लंबाई 40 मिमी होती है, और इसके ऊपरी सिरे पर रिबन के लिए एक छल्ला बना होता है। इसके अग्र-भाग पर केंद्र में आदर्श वाक्य के ऊपर राजकीय चिह्न बना होता है, जिसमें राजकीय चिह्न के चारों ओर एक वृत्ताकार पट्टी (जिसकी चौड़ाई 2 मिमी और व्यास 20 मिमी है) बनी होती है, जो शेरों के शीर्ष भाग पर खंडित होती है। इस पट्टी पर राजकीय चिह्न के दोनों तरफ उभरे अक्षरों में “पूर्वी स्टार” उत्कीर्ण होता है। इस पदक का पृष्ठभाग सपाट होता है।

रिबन 32 मिमी की चौड़ाई का यह रिबन हरे, सुनहरे और हरे रंग के तीन बराबर भागों में विभाजित होता है।

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