एफओसी-इन-सी ईएनसी ने पूर्वी बेड़े की परिचालन तत्परता की समीक्षा की
एफओसी-इन-सी ईएनसी ने पूर्वी बेड़े की परिचालन तत्परता की समीक्षा की
वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) ने चार दिनों तक समुद्र में पूर्वी बेड़े की परिचालन तैयारियों और युद्ध-तत्परता की समीक्षा की। पूर्वी बेड़े के 22 जहाजों ने ऑपरेशनल रेडीनेस इंस्पेक्शन में हिस्सा लिया। समीक्षा के दौरान, विषम हमलों के खिलाफ बल सुरक्षा, हथियार फायरिंग, टारपीडो फायरिंग और बेडा युद्धाभ्यास सहित पनडुब्बी रोधी अभ्यास यथार्थवादी परिस्थितियों में प्रदर्शित किए गए। एफओसी-इन-सी पूर्व ने उनकी तत्परता को देखने के लिए विभिन्न बेड़े जहाजों पर गए और जहाज पर सवार लोगों के साथ भी बातचीत की। देश की विशाल समुद्री सीमाओं और अपतटीय परिसंपत्तियों की रक्षा में बहुआयामी युद्ध क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए इस बेड़े को गति प्राप्त करने के लिए रखा गया।
कोविड़-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, पूर्वी बेड़े ने गालवान संकट के मद्देनजर हुई घटनाओं सहित हिंद महासागर क्षेत्र में और उससे आगे सभी राष्ट्रीय कार्यों को पूरा करने के लिए एक बहुत ही उच्च गति को बनाए रखा है। समुद्र में नौसेना अभियानों के पूरे स्पेक्ट्रम को समाहित करने वाले अभ्यास और विकास किए गए और बेड़े ने विभिन्न नौसैनिक अभियानों के लिए अपने कौशल को सुधारना जारी रखा। इन जहाजों को मिशन आधारित तैनाती और मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) मिशनों के लिए भारतीय नौसेना के जिम्मेदारी में आने वाले क्षेत्र (एओआर) में भी नियमित रूप से तैनात किया गया है। भारतीय नौसेना की कूटनीतिक भूमिका को आगे बढ़ाते हुए पूर्वी बेड़े के जहाजों ने बड़ी संख्या में मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के साथ द्विपक्षीय/बहुपक्षीय अभ्यास किए हैं।