पश्चिमी नौसेना कमान चक्रवात निसर्ग और मॉनसून के दौरान आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए पूर्ण रूप से तैयार

पश्चिमी नौसेना कमान चक्रवात निसर्ग और मॉनसून के दौरान आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए पूर्ण रूप से तैयार

प्रकृतिक आपदाओं और अन्य आकस्मिकताओं के समय में नागरिकों को सहायता देने और प्रभावित लोगों के बचाव और राहत में मदद के लिए भारतीय नौसेना नागरिकों की सहायता के हर संभव प्रयास में सबसे आगे रही है। भारत के पश्चिमी तट पर मॉनसून मंडराने के साथ ही, पश्चिमी नौसेना कमान ने पश्चिमी तट पर संबंधित राज्य सरकारों के सहयोग से शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में अत्यधिक बारिश और बाढ़ आने की स्थिति में बाढ़ राहत, बचाव और गोताखोरी सहायता के लिए पर्याप्त संसाधन जुटा लिए हैं। 

अरब सागर में उत्पन्न हो रहे चक्रवाती तूफान निसर्ग के साथ ही, सभी टीमों को सावधान कर दिया गया है और तूफान के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की किसी भी आवश्यकता में प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हैं। प्रकृतिक आपदाओं और अन्य आकस्मिकताओं के समय में नागरिकों को सहायता देने और प्रभावित लोगों के बचाव और राहत में मदद के लिए भारतीय नौसेना नागरिकों की सहायता के हर संभव प्रयास में सबसे आगे रही है। भारत के पश्चिमी तट पर मॉनसून मंडराने के साथ ही, पश्चिमी नौसेना कमान ने पश्चिमी तट पर संबंधित राज्य सरकारों के सहयोग से शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में अत्यधिक बारिश और बाढ़ आने की स्थिति में बाढ़ राहत, बचाव और गोताखोरी सहायता के लिए पर्याप्त संसाधन जुटा लिए हैं। पश्चिमी बेड़े के पोतों पर मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के लिए ईंटें भी लाद दी गई हैं जिससे कि भारी बारिश से डूबे तटीय इलाकों को राहत दी जा सके।

मुंबई में, महाराष्ट्र नौसेना क्षेत्र संपूर्ण मॉनसून के दौरान पाँच बाढ़ राहत टीमों और तीन गोताखोरी टीमों के साथ स्टैंडबाय पर रहेगा। ये टीमें शहर के विभिन्न नौसेना क्षेत्रों में तैनात हैं जिससे एक बड़े क्षेत्र के लिए सहायता प्रदान की जा सके। ये टीमें पूरी तरह से सुसज्जित हैं और इन्हें बचाव अभियानों के लिए प्रशिक्षित किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है और सभी आवश्यक तैयारियां चल रही हैं। इसी तरह की व्यवस्थाएं कारवार नौसेना क्षेत्र, गोवा नौसेना क्षेत्र और साथ ही गुजरात दमन और दीव नौसेना क्षेत्रों के भीतर की गई है। इसके अलावा, मुंबई, गोवा और पोरबंदर स्थित विभिन्न नौसेना एयर स्टेशनों पर नौसेना के डोर्निएर विमान और हेलीकॉप्टर तुरंत ही बाढ़ के दौरान टीमों को दुर्गम स्थानों पर ले जाने और साथ ही फंसे हुए लोगो का बचाव करने के लिए तैनात हैं। संबंधित एरिया और स्टेशन कमांडर राज्य अधिकारियों, एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ के संपर्क में हैं ताकि संकट के समय में शीघ्र प्रतिक्रिया दी जा सके।

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