नौसेना पदक (शौर्य) शमिंदर सिंह, पीओ पीटी, 222345-एफ
नौसेना पदक (शौर्य) शमिंदर सिंह, पीओ पीटी, 222345-एफ
यह नौसैनिक 24 मई 18 से 29 नवंबर 18 तक 'ऑपरेशन रक्षक' के लिए जम्मू व कश्मीर में तैनात था। 20 सितंबर 18 को, वे उस टीम का हिस्सा थे जिसमें 'ऑपरेशन शोक बाबा' का जिम्मा उठाया। जब टीम पोज़ीशन संभाल रही थी उसे आतंकवादियों की ओर से भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा। इस नौसैनिक ने तुरंत जवाबी सटीक फायरिंग की जिससे आतंकवादी भागने में कामयाब नहीं हुए और इस प्रक्रिया में दो आतंकवादी मारे गए। बाकी बचे आतंकवादियों ने गाय के बाड़े में शरण ली। यह नौसैनिक अपने साथी के साथ गाय के बाड़े में पहुँचा और जवाबी गोलाबारी करते हुए आतंकवादियों को मार गिराया। इसके अलावा, इस नौसैनिक ने गाय के बाड़े के निकट आईईडी रखने की इच्छा प्रकट की और अपनी पोज़ीशन से गाय के बाड़े के दरवाज़े तक जाने के लिए स्वयं और अपने साथी के लिए कवर प्रदान करने हेतु बीपी शील्ड्स का उपयोग किया। आतंकवादियों की गोलियों के बिलकुल निकट होने के बावजूद, उसने उपयुक्त स्थान पर आईईडी को रखा और सक्रिय किया जिसके बाद तीन बचे हुए आतंकवादी मार गिराए गए। प्राणघातक खतरे के सामने अपनी स्वयं की सुरक्षा की परवाह किए बिना अदम्य साहस और समझदारी दिखाने के लिए, शमिंदर सिंह, पीओ पीटीआई को "नौसेना पदक (शौर्य)" से सम्मानित करने की अनुशंसा की जाती है।